प्रेरणात्मक कहानीइस कहानी से आप पता लगा सकते है कीभगवान आपके साथ हैं या नहींकहते है भगवान हर जगह है बस देखना का नजरिया होना चाहिए हमारा भारत देश में कई भगवान को पूजा जाता है आज हम आपके लिए एक भक्त और भगवान एक अनोखी कहानी लेकर आए है जिसे सुनने के बाद आपकी भगवान के प्रति भगती कई ज्यदा बढ़ जाएगी.जन्म से पहले बच्चा भगवान से कहता है की प्रभु आप मुझे नया जन्म मत दीजिए मुझे प्रथ्वी पर बुरे लोग रहते है में वहा बिकुल भी नही जाना चाहता हुआ और यह कहकर बच्चा उदास हो कर बैठ गया.भगवन ने स्नेहपूर्वक उसके सिर पर हाथ फेरते हैं और सृष्टि के नियम अनुसार उसको जन्म लेने का महत्व बताते है कुछ देर मना करने के बाद बच्चा मान जाता है लेकिन वह कहता है की आप को मुझ से एक वादा करना होगा.भगवान-: बोलो पुत्र तुम क्या चाहते हो?बच्चा -: आप वचन दीजिए जब तक में प्रथ्वी पर रहूगा आप मेरे साथ रहोगे.भगवान-: अवश्य ऐसा ही होगा.बच्चा -: पर प्रर्थ्वी आप तो अदृश्य जाते है मुझे कैसे पता चलेगा की आप मेरे साथ में हो.भगवान-: जब तुम आखे बंद करोगे तब तुम्हे मेरे पैरो के चिन्ह दिखाई देंगे उन्हें देख कर तुम समझ जाना में तुम्हारे साथ हु.फिर उस बच्चे का जन्म होता है उसके बाद वह सांसारिक बातों में उलझकर भगवान से हुए वार्तालाप को भूल जाता है उसे मरते समय यह बाद आती है तो वह भगवान के वचन की पुष्टि करना चाहता है.जब वह आखे बंद करके जीवन को याद करता तब उसे जन्म के समय से ही दो जोड़ी पैरों के निशान दिख रहे हैं लेकिन जब उसका बुरा वक़्त चलता है तब उसे कोई निशान नजर नही आता है यह सोच कर वह दुखी हो जाता है.बच्चा कहता है की भगवन आपने वचन नही निभाया उस वक़्त अकेला छोड़ दिया जब मुझे आपकी सबसे ज्यादा जरुरत थी बच्चा मरने के बाद भगवन के पास पहुचता हैं और बोलता है की प्रभु आपने तो कहा था कि आप हर समय मेरे साथ रहेंगे.मुसीबत के समय मुझे आपके पैरो के चिन्ह दिखाई क्यों नही दे रहे थे भगवान मुस्कुराए और बोले पुत्र जब तुम कठिन परिस्थति से गुजर रहे थे तब मेरा हृदय द्रवित हो उठा में तुम्हे अपनी गोद में उठा लिया इस वजह से तुम्हे पैरो के चिन्ह दिखाई नही दिए.कहानी से सिख-:दोस्तों यह कहानी से हमे यही सिख मिलते है भगवान हर जगह हमारे साथ रहते है कई बार हमरी जिंदगी में बुरा समय आता है लेकिन कुछ समय बाद सब ठीक हो जाता है हमे यह सोचते हमारे साथ बुरा होने वाला लेकिन जितना सोचते है उतना बुरा नही होता हैTranslate in English :-Inspirational story: From this story you can find out whether God is with you or not.It is said that God is everywhere, there should be a view to see that our God is worshiped in the country. Today we have brought a unique story to you, a devotee and God, after hearing this, your fraternity towards God will increase many more.Before birth, the child tells God that God does not give me a new birth, I live in the bad people on the earth, I did not even want to go to Bikul and after saying this, the child sat down sadly.Bhagavan affectionately turns his hand on his head and tells him the importance of being born according to the rules of creation, after refusing for some time, the child agrees but he says that you have to make a promise to me.God- Say: Son, what do you want?Child: You promise, I will stay with me till I stay on earth.God: It must be like this.Child: But you go invisible, how do I know that you are with me?God-: When you close the eyes, then you will see the signs of my feet, seeing them you understand that I am with you.Then that child is born, after which he forgets the conversation with God by getting entangled in worldly things, when it comes later when he dies, he wants to confirm the word of God.When he closes his eyes and remembers his life, he is seeing two pair of footprints since birth but when his bad times are over, he does not see any marks.The child says that God did not keep his promise when he left me alone when I needed you the most, after the child dies, he comes to God and says that you had said that you will be with me all the time.At the time of trouble, why I could not see the signs of your feet, God smiled and said son, when you were going through a difficult situation, my heart was moved and lifted you into my lap, because of this you did not see the signs of your feet. .Learn from the story:Friends, we get the same Sikhs from this story, God lives with us everywhere, many times a bad time comes in our life but after some time everything goes well, we think it will be bad with us but it is not as bad as we think. is
यह कथा सुनकर आपके ह्रदय में भगवान के लिए प्रेम जरूर जागेगा। एक बार की बात है। एक संत जंगल में कुटिया बना कर रहते थे और भगवान श्री कृष्ण का भजन करते थे। संत को यकीं था कि एक ना एक दिन मेरे भगवान श्री कृष्ण मुझे साक्षात् दर्शन जरूर देंगे। उसी जंगल में एक शिकारी आया। उस शिकारी ने संत कि कुटिया देखी। वह कुटिया में गया और उसने संत को प्रणाम किया और पूछा कि आप कौन हैं और आप यहाँ क्या कर रहे हैं। संत ने सोचा यदि मैं इससे कहूंगा कि भगवान श्री कृष्ण के इंतजार में बैठा हूँ। उनका दर्शन मुझे किसी प्रकार से हो जाये। तो शायद इसको ये बात समझ में नहीं आएगी। संत ने दूसरा उपाय सोचा। संत ने किरात से पूछा- भैया! पहले आप बताओ कि आप कौन हो और यहाँ किसलिए आते हो? उस किरात(शिकारी) ने कहा कि मैं एक शिकारी हूँ और यहाँ शिकार के लिए आया हूँ। संत ने तुरंत उसी की भाषा में कहा मैं भी एक शिकारी हूँ और अपने शिकार के लिए यहाँ आया हूँ। शिकार ने पूछा- अच्छा संत जी, आप ये बताइये आपका शिकार दिखता कैसे है? आपके शिकार का नाम क्या है? हो सकता है कि मैं आपकी मदद कर दूँ? संत ने सोचा इसे कैसे बताऊ, फिर भी संत कह...
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